Fascination About gemini ascendant moon



चंद्र देवता मिथुन लग्न में दूसरे भाव के स्वामी है और लग्नेष बुध का अति शत्रु है। अष्टम से अष्टम नियम के अनुसार चन्द्रमा इस कुंडली का अतिमारक ग्रह बन गए हैं।

कर्क लग्न की कुंडली के नवम भाव में राहु के प्रभाव से जातक की भाग्य उन्नति में कठिनाइयां आती है तथा धर्म का भी यथावत पालन नहीं हो पाता है उसे कभी-कभी बड़े संकटों का सामना भी करना पड़ता है परंतु गुप्त युक्तियों तथा परिश्रम के बल पर कुछ सफलता की प्राप्ति होती है।

मेष लग्न की कुंडली के षष्ठम भाव में गुरु का फल

मिथुन राशि में चंद्रमा वाले लोगों का वित्त प्रबंधन

कौनसी उंगली में हीरा धारण करें – हीरे की अंगूठी को मघ्यमा या कनिष्का उंगली में धारण करना चाहिए।

मिथुन लग्न वाले जातक स्वभाव से साहसी एवं पराक्रमी होते हैं। इस राशि पर बुध का प्रभाव होने से आप बहुमुखी प्रतिभा के धनी व्यक्ति होते हैं। इस लग्न में जन्म लेने के कारण आप दयालु, बुद्धिमान और वाक्पटु होंगे तथा कलात्मक कार्यों की तरफ आपका ध्यान होगा। आपकी प्रतिभा दिन-प्रतिदिन निखरती ही जाती है और सभी आपके click here काम से प्रभावित रहते हैं। इस राशि का वायु तत्व होने से आपका मस्तिष्क सदा चलायमान रहता है। आप नित नई योजनाओ को बनाने में व्यस्त रहते हैं एवं आप कल्पनाओ की दुनिया में भी खोये रह सकते हैं।

मेष लग्न की कुंडली के सप्तम भाव में शुक्र का फल

दशम भाव में बैठे चंद्रमा की सातवीं दृष्टि चौथे भाव पर पड़ती है जो व्यक्ति को भूमि, भवन और बाहन का सुख दिलाती है। ऐसे व्यक्तियों को माता का सुख भी पर्याप्त मिलता है।

मिथुन लग्न के नवम भाव में चंद्रमा का फल

So, some time under its affect, often known as Char or Chanchal is often thought of for auspicious is effective. Venus would be the planet of motion, so, people look at Char Choghadiya to find out the top time to vacation.

मंगल देवता का रत्न मूंगा इस कुंडली में कभी भी नहीं पहना जाता है क्योँकि मंगल देव इस कुंडली के रोगेश हैं। मंगल देवता का दान और पाठ करके उनके मारकेत्व को कम किया जाता है।

मिथुन लग्न के पंचम भाव में चंद्रमा का फल

मिथुन राशि वालों आज आपका मन प्रसन्न रहेगा। ऑफिशियल कामों में चल रही समस्याओं का

चौथे भाव पर बैठे चंद्रमा की सातवीं दृष्टि दशम भाव पर पड़ती है। यह दृष्टि व्यक्ति को कार्य के प्रति इमानदार बनाती है। ऐसे व्यक्ति अपने जीवन में काफी उन्नति करते हैं और उनका नाम और यश चारों दिशाओं में फैलता है। वे लोग व्यापार में भी खूब तरक्की करते हैं। उनको अपने पिता का सुख भी पर्याप्त मात्रा में मिलता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *